हिन्दी की कविता, लघुगीत, बालगीत, फिल्म गीत, गजल, शायरी, धार्मिक लोकगीत का विशाल संकलन
भोर का
चिड़ियों की चह्-चह् का
जिन्हें अभ्यास हो
रात्रि का निर्जन अकेलापन
उन्हें
कैसे रुचे ?
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