हिन्दी की कविता, लघुगीत, बालगीत, फिल्म गीत, गजल, शायरी, धार्मिक लोकगीत का विशाल संकलन
बिखरे रहते हैं सब के सब पन्ने इधर-उधर उड़ते यहाँ-वहाँ गिरते बेतरतीब
ऐसा कोई नहीं जो काग़ज़ों को एक -एक करके उठाता हरेक वर्क़ सँभालता और सँवर जाती ज़िन्दगी की किताब
bahut badhiyaa hai
bahut badhiyaa hai
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