हिन्दी की कविता, लघुगीत, बालगीत, फिल्म गीत, गजल, शायरी, धार्मिक लोकगीत का विशाल संकलन
रंगों की बुनावट में चमक है अब भी
चमक में छिपा है कोई संदेश कल का कल के लिए
गिरती दीवारों पर अंकित है एक अबूझ लिपि
कौन पढ़ेगा ढहती इमारत की भाषा ?
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