हिन्दी साहित्य काव्य संकलन: मिट्टी के दीये

बुधवार, 22 फ़रवरी 2012

मिट्टी के दीये

मिट्टी के दीये - (कवि - अरुण कुमार नागपाल)

मिट्टी के दीयों की चमक
उन्हें जलता हुआ देखना
एक ख़ुशनुमा अहसास देता है
दीयों में छुपी हैं शुभकामनाएँ
इंगित करते हैं उज्जवल, सुनहले भविष्य की ओर
अन्धकार को चीरते हुए सब दीये

मिट्टी मंगलकामनाओं और सृष्टि का प्रतीक है

दीयों की रौशनी
कितनी अलग है बिजली के दीपों और मोमबत्तियों से



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